दीपावली का त्योहार पूरे देश में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि दीपावली के मौके पर विधि विधान से माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में समृद्धि आती है। ऐसे में एक सवाल यह उठता है कि दुनिया में सबसे अधिक धनी लोग तो माता लक्ष्मी की पूजा नहीं करते हैं। दरअसल फोर्ब्स की संसार की सबसे धनी लोगों की लिस्ट में टॉप टेन में कोई भी सनातनी नहीं है। ऐसे में क्या माता लक्ष्मी की पूजा करना गैर जरूरी है? क्या दीपावली के मौके पर माता की पूजा करने से कोई फायदा नहीं होता? क्या दीपावली के मौके पर माता की पूजा करने से समृद्धि आने की बात झूठ है?
इन सवालों का जवाब दिया जाने माने ज्योतिषाचार्य डॉ आदित्य पांडे ने उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर संसार के सबसे अमीर 10 लोगों में कोई भी सनातनी नहीं है। यह लोग माता लक्ष्मी की पूजा भी नहीं करते हैं। इसके बाद भी यह सबसे अधिक अमीर हैं लेकिन यह सबसे ज्यादा समृद्ध नहीं है। समृद्धि के मायने केवल अमीरी नहीं होती है। उन्होंने कहा माता महालक्ष्मी जी का पूजन सिर्फ आर्थिक उन्नति के लिए नहीं किया जाता। यह किया जाता है समृद्धि के लिए। समृद्धि के मायने होते हैं भरा पूरा परिवार,परिवार के सदस्यों का अच्छा स्वास्थ्य और सुख शांति। उसको प्रदान करने वाली जो देवी है वह है मैया महालक्ष्मी जी है। जो माता लक्ष्मी की पूजा नहीं भी करते आर्थिक उन्नति तो उन्हें प्राप्त आवश्यक हो सकती है पर रही बात समृद्धि की तो वहां पर मुझे थोड़ा सा संदेह है। अगर उनकी कुंडली में बहुत अच्छे समृद्धि के योग नहीं होंगे तो आप देखेंगे कि दुनिया के जो बहुत रिचेस्ट लोग है उनके भी जीवन में डिवोर्स देखने को मिल रहे हैं। उनकी जिंदगी बहुत तनावपूर्ण दिख रही है। उनके अपने संतानों से ही संबंध बहुत खराब है।
उसी की जगह भारत के धनाढ्य दे लोगों की बात की जाए तो वह आपको शायद पूरे परिवार के साथ देखेंगे। वह आपको बहुत सुखी और समृद्ध दिखेंगे। हम पूजन कर रहे हैं समृद्धि के लिए। मैया महालक्ष्मी जी हमारे घर में समृद्धि लाती है केवल अमीरी नहीं।