औषधीय गुणों का खजाना है बेलपत्र, जानिए ये महादेव को क्यों है प्रिय
पडांग में स्थानीय तलाश एवं बचाव एजेंसी के एक अधिकारी हैरी अगस्टियन ने बताया कि इनमें से आठ को रविवार को अस्पतालों में भर्ती कराया गया. वेस्ट सुमात्रा की खोज एवं बचाव एजेंसी के प्रमुख अब्दुल मलिक ने बताया कि बचावकर्ताओं ने सोमवार सुबह पर्वतारोहियों के 11 शव बरामद किए है ।
हिन्दू धर्म में सोमवार के दिन महादेव की विशेष पूजा की जाती है । इस दिन शिवलिंग में महादेव स्वयं मौजूद रहते हैं । और अगर विधि विधान के साथ उनका पूजन किया जाए तो वे अत्यंत प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर मनो कामना को पूरी करते हैं । महादेव के पूजन के दौरान उन्हें बेलपत्र जरूर अर्पित की जाती है । और कहा जाता है कि बेलपत्र अर्पित करने से महादेव बहुत जल्दी खुश होते हैं. अगर आपके पास बेलपत्र न हो, तो आप चढ़ी हुई बेलपत्र को धोकर महादेव को फिर से अर्पित कर सकते हैं. महादेव इससे भी संतुष्ट हो जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बेलपत्र में ऐसा क्या है, जो वो महादेव को इतनी प्रिय है? यहां जानिए इसके बारे में ।
ऐसी मान्यता है कि बेलपत्र औषधीय गुणों का खजाना है । और कहा जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान विषपान करके महादेव के शरीर में विष के प्रभाव से असहनीय जलन और पीड़ा हो रही थी, तब देवी देवताओं ने उनकी पीड़ा को शांत करने के लिए कई चीजें अर्पित की थीं. बेलपत्र भी उनमें से एक थी. बेलपत्र में विष को समाप्त करने का गुण होता है. जब महादेव को बेलपत्र खिलाया गया तो कुछ समय में उनके शरीर में विष का प्रभाव कम होने लगा. इसके बाद महादेव को बेलपत्र अति प्रिय हो गई. तब से आज तक उनकी पूजा में बेलपत्र चढ़ाई जाती है ।
बेलपत्र में मौजूद हैं ये औषधीय गुण
- छाले: पेट में गर्मी या पेट खराब होने से मुंह में छाले हो जाते हैं. ऐसे में अगर बेल की पत्तियों को मुंह में रखकर चबाया जाए तो छालों में काफी राहत मिलती है. इससे पेट की गर्मी शांत होती है.
- आर्थराइटिस: कहा जाता है कि किसी को अगर आर्थराइटिस की समस्या हो तो उसे बेलपत्र को गर्म करके दर्द वाली जगह पर बांधना चाहिए. इससे काफी आराम मिलता है.
- मासिक धर्म की अनियमितता: महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता, अत्यधिक रक्तस्राव होने पर बेलपत्र और जीरे को पीसकर दूध में मिलाकर पीना चाहिए. इससे काफी लाभ मिलता है. ये उपाय ल्यूकोरिया की समस्या में भी उपयोगी है.
- सांस की बीमारी : अगर आपके घर में कोई सांस का रोगी है, तो उसे बेल के पत्तों से बना काढ़ा पिलाना चाहिए. इससे काफी लाभ मिलता है. बेल पत्र का काढ़ा बुखार में भी उपयोगी है.
- बच्चों को दस्त : अगर बच्चों को दस्त की समस्या है तो एक चम्मच बेलपत्र का रस निकालकर बच्चे को पिला दें. उसे काफी आराम मिलेगा
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