खायेंगे यह कलरफुल गोभी तो बीमारी रहेगी दूर, बढ़ेगी आंखों की रोशनी
ऑस्ट्रेलिया में उगने वाली पौष्टिक व कलरफुल गोभी कानपुर समेत पूरे उत्तर प्रदेश में उगाई जा सकेगी। यह फूल गोभी देखने में तो सुंदर है ही साथ ही साथ विटामिन और मिनरल्स का खजाना है। प्रदेश की जलवायु और मिट्टी इसको उगाने के लिए अनुकूल है। कानपुर के चंद्रशेखर आजाद का विश्वविद्यालय के सब्जी विभाग में सफलतापूर्वक से उगाया गया है। पीले और बैगनी रंग के गोभी के फूलों के बीज जल्द ही किसानों के लिए उपलब्ध होंगे।
गौरतलब है कि कैरोटीना व वेलेंटीना प्रजाति की गोभी ऑस्ट्रेलिया में पैदा होती है। कैरोटीना का रंग पीला और वेलेंटीना गोभी का रंग बैगनी होता है। देश के कुछ हिस्सों में भी इसका उत्पादन किया जा रहा है। अब इसे कानपुर सहित उत्तर प्रदेश में भी उगाया जा सकेगा। सीएसए की रिसर्च में इसके उत्पादन का प्रयोग सफल रहा।
पीले रंग की कैरोटीन गोभी कैरोटीन से भरपूर होती है इसमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए यह आंखों के लिए काफी फायदेमंद है। वही बैगनी रंग की वेलेंटीना प्रजाति की गोभी में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जिससे यह रोगों से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ राम बटुक सिंह का कहना है कि इन गोभी के बीज को रिसर्च के बाद यहां बोया गया और ट्रायल सफल रहा है। इसका उत्पादन कानपुर सहित पूरे प्रदेश में अच्छा होगा। यह किसानों के लिए फायदेमंद साबित होगी। किसानों को इसका अच्छा दाम मिल सकेगा। दरअसल स्वाद में भी यह गोभी काफी अच्छी है