जानिए क्यों मनाया जाता है ईद का त्यौहार, पैगंबर मोहम्मद से जुड़ी है कहानी
ईद मुसलमानो का सबसे प्रमुख त्यौहार है। जिसे विश्व के कई देशों में मनाया जाता है। भारत में भी यह त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। ईद के पहले मुस्लिम समुदाय के लोग एक महीने के रोजे रखते हैं। कहा जाता है कि अल्लाह ने रमजान के 30 दिन के रोजे रखने के ईनाम के तौर पर खुशियों का पर्व ईद उल फितर दिया। जिसे मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है।
ऐसी मान्यता है कि ईद पहली बार 624 ईस्वी में मनाई गई थी। पहली बार ईद पैगंबर मोहम्मद साहब ने बनाई थी। माना जाता है कि इस दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद बद्र की लड़ाई में विजय हुए था। तब लोगों ने पैगंबर साहब की सफलता पर जश्न मनाया था। अपनी खुशी जाहिर करने के लिए आपस में मिठाइयां बांटी और विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट भोजन बनाए। तब से लगातार ईद मनाई जा रही है।
ईद के दिन मुस्लिम लोग रमजान खत्म होने की खुशी मनाते हैं। वह कुरान के लिए अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं।
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक रमजान साल का नौवां महीना होता है और दसवां महीना शव्वाल होता है। इसी महीने के पहले दिन इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग ईद मनाते हैं।