OM Chanting: क्या है ‘ॐ’ का उच्चारण करने का सही तरीका, नही दिया ध्यान तो हो सकता है उल्टा असर…
OM Chanting: हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा महत्त्व होता है मन्त्रों का, मंत्रों का जाप करना बहुत ही शुभ और लाभकारी माना जाता है। और सबसे ध्यान देने वाली बात यह है की लगभग सभी मंत्र में ॐ का जिक्र होता है। यह एक सबसे बड़ी वजह है की हर शुभ कार्य को मंत्रों से जोड़कर देखा जाता है।
आपको बता दें की ॐ एक ऐसा अक्षर है जिसके ध्वनि को सनातन धर्म में बहुत पवित्र माना गया है, और इसके साथ ही इसका जाप करने से आस पास सकारात्मकता बनी रहती है। ॐ हिंदू धर्म में सबसे पवित्र और शक्तिशाली शब्द माना जाता है। इसका उच्चारण करने से मन शांत होता है और आत्मा को शक्ति मिलती है। वैसे तो ॐ सिर्फ एक अक्षर है मगर जानकारों के मुताबिक ॐ अपने आप में किसी मंत्र से कम नहीं है। मान्यताओं के मुताबिक़ ॐ अपने आप में पूरे ब्रह्मांड को समाहित किया हुआ है। ॐ का जाप करने के लिए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। तो चलिए आज की इस खबर में हम आपको इसके महत्त्व और इससे जुडी कुछ अनोखी बातों के बारे में अवगत कराते है
क्या है ॐ का महत्व
ॐ शब्द इस पूरे ब्रह्मांड के सृजन, पालन और संहार को दर्शाता है। ॐ को सर्वोच्च शक्ति का प्रतीक माना जाता है। नियमित रूप से ॐ का जाप करने से मन शांत होता है और तनाव भी कम होता है। ॐ का जाप आत्मज्ञान प्राप्त करने में मदद करता है, साथ ही सकारात्मक ऊर्जा को भी आकर्षित करता है।
ॐ का उच्चारण करने का सही तरीका
यह बेहद ध्यान देने योग्य बात हैं की ॐ का जाप बहुत ध्यान से और शांत वातावरण में ही करना चाहिए। ध्यान मुद्रा में बैठकर ॐ का जाप करें। गहरी सांस लें और ॐ का उच्चारण करते हुए धीरे-धीरे छोड़ें । ॐ को तीन भागों में बांटकर उच्चारण करें – अ, ऊ, म। आप अपनी सुविधा के अनुसार ॐ का जाप कर सकते हैं। अपनी क्षमता अनुसार, 21 से लेकर 108 बार तक ॐ का उच्चारण कर सकते हैं।
ॐ जाप के फायदे
ॐ का जाप तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में मदद करता है। ॐ का जाप मन को शांत करता है और एकाग्रता बढ़ाता है। ॐ का जाप आत्मविश्वास बढ़ाता है, साथ ही आध्यात्मिक विकास में मदद करता है।
ॐ का जाप करते समय मन को शुद्ध रखना चाहिए। ॐ के जाप पर विश्वास रखना चाहिए। ॐ का जाप नियमित रूप से करना चाहिए। ॐ का जाप करने से पहले किसी योग गुरु या धार्मिक गुरु का मार्गदर्शन लेना चाहिए।