क्या है आयुष्मान कार्ड बनवाने का सही तरीका, कौन कौन है पात्र , पढ़े पूरी जानकारी…
देश में कई प्रकार योजनाएं चल रही हैं, जिनमें से कुछ राज्य सरकारें चलाती हैं तो कुछ केंद्र सरकार। जिसके चलते इन योजनाओं का सीधा लाभ जरूरतमंद और गरीब वर्ग को आसानी से मिल पाता है। इसके साथ ही अब तो आर्थिक लाभ भी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचता है। इससे सरकार द्वारा जारी की गई मदद पूरे तौर पर लाभार्थियों तक बिना किसी दिक्कत के पहुंच जाती है। सरकारी योजनाओं की इसी कड़ी में एक योजना है आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना। इस स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत लोगों का मुफ्त इलाज किया जाता है। इसलिए अगर आप भी चाहते हैं कि इस योजना का लाभ आपको मिल सके, तो आपको इसका पात्र होना जरूरी है और आपको इसके आवेदन का तरीका भी पता होना चाहिए। तो चलिए आज की इस खबर में हम आपको बताते है की इस योजना का उद्देश्य किसे किसे मिल सकता है और कैसे आप इस योजना के तहत लाभ उठा सकते है ।
- आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सबसे पहले इसके पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनते हैं, जिसके बाद कार्डधारक सूचीबद्ध अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकता है। जिसका पूरा खर्च सरकार उठाती है और आपको कुछ भी नहीं देना होता है।
- जो लोग इसके पात्र हैं, उन्हें आवेदन के लिए नजदीकी जनसेवा केंद्र में जाना होता है
- यहां पर आपको संबंधित अधिकारी से मिलकर अपने दस्तावेज जमा होते हैं, जिन्हें वेरिफाई किया जाता है और साथ ही यह भी चेक किया जाता है की आप सच में इसके पात्र है की नहीं
- जांच जब सही पाई जाती है, तब आपका आवेदन कर दिया जाता है।
पात्र कौन लोग हैं?
तो चलिए जानते है आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए क्या क्या योग्यताएं होनी चहिये
- इसके लिए आपके पास कच्चा मकान होना चाहिए
- आप दिहाड़ी मजदूरी करते हैं
- अगर आप निराश्रित या आदिवासी हैं
- आप अगर ट्रांसजेंडर हैं
- अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं
- अगर आपके नाम कोई भूमि नहीं हैं
- अगर परिवार में कोई दिव्यांग सदस्य है
- अगर आप अनुसूचित जाति या जनजाति से आते हैं आदि।